अपनी मानसिक ऊर्जा का संचय करना अवश्य सीखना चाहिए क्योंकि अगर आपने यह सिख लिया तो आप आशार्यजनक तरीके से और कुशल होते जायेंगे। हम अपनी मानसिक ऊर्जा का ८०  प्रतिशत व्यर्थ की बातो को सोचने में लगा देते है। इसी ८० प्रतिशत ऊर्जा का संचय करना है।

क्या करना होगा ?

फिल्म देखना बंद कर दें। क्योंकि यह अनावश्यक रूप से किसी दूसरे व्यक्ति की कल्पनाओं में आपको शामिल कर देती हैं वह भी बहुत शक्तिशाली तरीके से।